
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मध्य प्रदेश सरकार को लिखे एक पत्र में कहा है कि इंदौर, भोपाल और बैतूल जिले में कोरोना का संक्रमण दर बढ़ा है. फाइल फोटो
Coronavirus Vaccine Update: केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि आने वाले दिनों में कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण (Corona vaccine) की गति को बढाने के लिए और निजी अस्पतालों का उपयोग किया जायेगा. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.
भूषण ने कहा, ‘‘ टीकाकरण (Corona vaccine) के लिए एक दिन में करीब दस हजार अस्पतालों का इस्तेमाल किया जा रहा है . इनमें से दो हजार अस्पताल निजी हैं. यह दर्शाता है कि निजी क्षेत्र कितना आवश्यक है। आने वाले दिनों में टीकाकरण की गति एवं इसके कवरेज को बढ़ाने के लिये और अधिक निजी अस्पतालों का इस्तेमाल किया जायेगा.’’ उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों में निजी अस्पताल महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें कोविड के नए वेरिएंट से बचने के लिए भारत सरकार ने जारी की नई SOP, 28 फरवरी तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित
सिर्फ 35 दिन में 1 करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरणदेश में अब तक 1 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार भारत ने सिर्फ 35 दिन में 1 करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण किया. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे.
कोरोनावायरस कई राज्यों में एक बार फिर से फ़ैल रहा
देश के कई राज्यों में कोरोनावायरस एक बार फिर से फ़ैल रहा है. महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के सबसे ज्यादा केस मिल रहे हैं . महाराष्ट्र के कई शहरों में लॉकडाउन लागू है. और भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में कड़े नियम और नए गाइडलाइन बनाए गए हैं. देश के कुल मामलों के लगभग 85 फीसदी केस महाराष्ट्र और केरल से हैं. इसके अलावा पंजाब, कर्नाटक, गुजरात, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में भी कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं. केंद्र सरकार के मुताबिक बढ़ते केस के पीछे कई कारण हो सकते हैं लेकिन फिलहाल ये लग रहा है कि जब कोरोना के केस कम होने शुरू हुए तो लोगों के समझ में आया कि कोरोना का खतरा टल गया है और लापरवाही शुरू कर दी. जबकि एहतियात जारी रखने की जरूरत है. इन राज्यों में केस बढ़ने के पीछे सही कारण का पता लगाने के लिए केंद्रीय टीमें भेजी गई हैं.